नाम नरेन्द्रनाथ दत्त मठवासी बनने के बाद नाम स्वामी विवेकानंद

नरेन्द्र का जन्म ब्रिटिश राज में कलकत्ता शहर में मकर संक्रांति के दिन हुआ था

वे पढाई के साथ – साथ खेलकूद में भी अव्वल थे. उन्होंने संगीत में गायन और वाद्य यंत्रों को बजाने की शिक्षा ग्रहण की थी.

नरेन्द्र की आश्चर्यजनक याददाश्त के कारण उन्हें कुछ लोग ‘श्रुतिधरा’ भी कहते थे.

सन 1886 में रामकृष्ण परमहंस की मृत्यु हो गयी, वे गले के कैंसर से पीड़ित थे. उन्होंने अपना उत्तराधिकारी नरेन्द्र को बनाया था.

स्वामी विवेकानंद ने “मेरे अमेरिकी भाइयों और बहनों” लाइन पुरे अमरीका को चकित किया था 

स्वामी विवेकानंद जी को वहाँ की प्रेस ने “Cyclonic Monk from India” का नाम दिया था.